भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार तीसरे हफ्ते बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 7 फरवरी को समाप्त सप्ताह में भारत के फॉरेक्स रिजर्व में 7.65 अरब डॉलर की वृद्धि हुई, जिससे कुल भंडार बढ़कर 638.26 अरब डॉलर हो गया.
इससे पहले, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 16 में से 15 हफ्तों तक गिरावट दर्ज की गई थी. यह गिरावट सितंबर में 704.89 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर से शुरू हुई थी. मौजूदा भंडार इस उच्चतम स्तर से लगभग 10 प्रतिशत कम है. गिरावट का मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रुपये में गिरावट को रोकने के लिए किया गया हस्तक्षेप था.
आरबीआई की भूमिका और रणनीति:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) विदेशी मुद्रा बाजार में संतुलन बनाए रखने के लिए समय-समय पर हस्तक्षेप करता है. जब रुपये में कमजोरी आती है, तो आरबीआई डॉलर बेचता है, और जब रुपया मजबूत होता है, तो डॉलर खरीदता है. इसका उद्देश्य रुपये में अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकना है.